जिसने सारा संसार रचा,
कुछ उसे बचाने निकलें है।
साफ़ हवा में, बारूदों की,
गंध मिलाने निकलें है ।
धर्म क़ौम के नाम पे कुछ,
फिर शीश कटाने निकले है।
अपनी सनक मिटाने को,
कुछ ख़ून बहाने निकलें है ।
नाम हमारा लेकर कुछ,
मनमानी करने निकलें है।
राजनीति सध सके स्वतः,
सो जग भरमाने निकलें हैं ।
जिसने सारा संसार रचा,
कुछ उसे बचाने निकलें है।
साफ़ हवा में, बारूदों की,
गंध मिलाने निकलें है ।
कुछ उसे बचाने निकलें है।
साफ़ हवा में, बारूदों की,
गंध मिलाने निकलें है ।
धर्म क़ौम के नाम पे कुछ,
फिर शीश कटाने निकले है।
अपनी सनक मिटाने को,
कुछ ख़ून बहाने निकलें है ।
नाम हमारा लेकर कुछ,
मनमानी करने निकलें है।
राजनीति सध सके स्वतः,
सो जग भरमाने निकलें हैं ।
जिसने सारा संसार रचा,
कुछ उसे बचाने निकलें है।
साफ़ हवा में, बारूदों की,
गंध मिलाने निकलें है ।
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